शिशुगीत

मोर

राष्ट्रीय पक्षी हूं मैं मोर,
कें-कें बोल मचाता शोर,Peacock Meat Ate To Roasted - भूनकर खाया मोर का ...
बादल देखूं छम-छम नाचूं,
बच्चों का मैं प्यारा मोर.
पंख हैं मेरे वड़े सजीले,
सिर पर मेरे ताज है,
नीली-प्यारी-लम्बी गर्दन,
भारत को मुझ पर नाज है.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244