कविता

खौफ के साए

कभी तो हटेंगे
ये खौफ के साए
कभी तो खत्म
गम की रात होगी ,
कभी चमचमाती
नई सुबह होगी
कभी महकते फूलों
की बरसात होगी ,
अब हम मिलेंगे
तभी तुमसे हमदम
तभी इश्क़ की
प्यारी सी बात होगी,
तब तक चले आओ
ख्बाबो में मेरे
खुले आसमा में
चांद के तले,
वहीं तुमसे मेरी
मुलाकात होगी।।

— अनामिका लेखिका 

अनामिका लेखिका

जन्मतिथि - 19/12/81, शिक्षा - हिंदी से स्नातक, निवास स्थान - जिला बुलंदशहर ( उत्तर प्रदेश), लेखन विधा - कविता, गीत, लेख, साहित्यिक यात्रा - नवोदित रचनाकार, प्रकाशित - युग जागरण,चॉइस टाइम आदि दैनिक पत्रो में प्रकाशित अनेक कविताएं, और लॉक डाउन से संबंधित लेख, और नवतरंग और शालिनी ऑनलाइन पत्रिका में प्रकाशित कविताएं। अपनी ही कविताओं का नियमित काव्यपाठ अपने यूटयूब चैनल अनामिका के सुर पर।, ईमेल - [email protected]