हाँ, मैने देखा है!!!
हाँ मैने देखा है!!!
बलात्कार के बाद
कैंडिल मार्च निकालते हुए
रैलियां करते हुए
लोगों को
सड़कों पर उतरते हुए
विरोध करके
फोटो खिचवाते हुए
दोषियों को
सजा-ए-मौत मांगते हुए
अच्छा लगता है
पर……
मैने ये भी देखा है
एक्सीडेंट के बाद
लोगों का बगल से
निकल जाते हुए
छेड़छाड़ होते देख
मुँह फेरते हुए
दूर बैठकर
उपदेश देते हुए
रोकना तो दूर
बोलना भी उचिन
न समझते हुए
बदलाव सभी को चाहिए
पर बदले कौन
पुलिस है ना!
सरकार है ना!
मैने नेता चुना
वो है ना!
मैने वोट डालकर
कर दिया देश पर एहसान
अब ए सरकार की
जिम्मेदारी……
बदलो सोच
खुद को बदलो
तभी
देश बदलेगा
समाज बदलेगा
हम दे पाऐंगे
सुरक्षित समाज
हमारी आगे की पीढी को………मानस