सूर्यग्रहण या चंद्रग्रहण दोष या अवगुण नहीं !
सूर्यग्रहण या चंद्रग्रहण कोई दोष या अवगुण नहीं है, यह वैज्ञानिकता लिए है, जो कि किसी धार्मिक कर्मकांड से जुड़ी नहीं है यानी ग्रहण के समय या बाद में लोगों के या परिवार के अन्य सदस्यों के साथ अछूत व्यवहार करना और नदियों में लाखों की संख्या में स्नानादि कर अन्य लोगों के लिए असुविधा उत्पन्न करना ‘आडम्बर’ है, वैज्ञानिकी व्यवहार लिए नहीं !
यह सिर्फ ब्रह्मांड का कौतूहल नजारा है । हाँ, सूर्यग्रहण को किसी भी परिस्थिति में नंगी आँखों से नहीं देखने हैं, इसके लिए वैज्ञानिक उपकरण का इस्तेमाल करने जरूरी हैं, अन्यथा आँखों की रोशनी जा सकती है और तब इसे धार्मिक कर्मकांड से नहीं जोड़ दीजियेगा !