शादी की लिबास
एक देश की सच्ची कहानी है, उस देश की 25 वर्ष की मिस फु सूवै ने 87 वर्ष के दादा जी की इच्छा पूर्ण करने के लिए ‘शादी’ की लिबास सिलवाई तथा इसे पहन दादाजी के हाथ थामे चर्च गयी, हालांकि सूवै की शादी की इच्छा अब भी नहीं है । सूवै के माता – पिता वर्षों पहले तलाक ले चुके हैं और मिस सूवै अपने दादा जी के साथ ही रह रही है । दादा जी की इच्छा ‘पोती’ को दुल्हन लिबास में देखने की थी, क्योंकि वे दुनिया से कब अचानक कूच कर जाय ? सामान्यत:, उस देश मे इसतरह का रस्म ‘पिता’ निभाते हैं।