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स्वच्छता का अर्थ सिर्फ शरीर की ही सफाई से नहीं है

स्वच्छ मन में स्वच्छ तन संभव है । स्वच्छता हमारे लिए अत्यंत आवश्यक है । घर सहित आस – पास और बाहर भी स्वच्छ रखना हम सबकी जिम्मेदारी है । सभी लोगों के सक्रिय सहयोग से ही स्वच्छता बनी रहेगी । स्वच्छता का अर्थ सिर्फ शरीर की ही सफाई से नहीं है ।

घर के अंदर, दरवाजे सहित सड़क, चौक, मोहल्ले, गाँव, शहर, धार्मिक स्थल, होटल, स्कूल, कॉलेज इत्यादि स्थानों की सफाई भी हमें नियमित करने चाहिए । महिला, पुरुष सहित बच्चों और किशोरों को भी इस अभियान में शामिल होने चाहिए । तभी विश्व के अन्य देशों की तरह हमारा देश भी अगली पंक्ति में आ पाएगी।

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.