इस माननीय की बात ही कुछ और है !
अनेक सेवा, यथा- स्वास्थ्य के बारे में सोचनेवाले, देश के बारे में सोचनेवाले, पैसे जो आपस में लड़ाता है तो कैशलेश की बात सोचनेवाले, आपके ही रुपये को गुल्लक से निकाल बैंक से जोड़ ‘ब्याज’ दिलाने वाले, जाति से निकलकर देश की बात करानेवाले ऐसे कितने प्रधानमंत्री हुए ?
इन 6 वर्षों में एक भी भ्रष्टाचार के मामले नहीं ! देश के अंदर कोई दंगे नहीं ! तो क्या इसलिए विरोध करना आपको जायज़ लगता है कि वह ‘मोदी’ है ? पिछले 16 वर्षों में 10 साल जिसे आपने बोलते नहीं सुना, उसे आपने मौनी बाबा कहा और इधर के 6 साल जिसने आपके साथ कई बातें शेयर की, उससे आप परेशान हो गए ! ऐसे अतटस्थ लोगों को गाँव में ‘पदना घोड़ा’ कहा जाता है ! क्या आप भी ?