सदानंद पॉल की 6 रहस्यमय क्षणिकाएँ
1.
पदना घोड़ा
जो बेपेंदी का लोटा है,
ऐसे अ-तटस्थ
यानी पेंडुलम
टमाटरटाइप लोगों को
गाँव में
‘पदना घोड़ा’ कहा जाता है !
2.
प्रधानसेवक
प्रधानमंत्री कई बने हैं ?
परंतु प्रधानमंत्री बनकर
सिर्फ एक ने बताए
कि वो चायवाला था,
अब ‘प्रधानसेवक’ हैं।
3.
ईश्वर की खोज
जब मैं 8 वर्ष का था,
तो किसी ने कहा-
ईश्वर हरिद्वार में रहते हैं
और उसी के साथ
वहाँ भाग गया,
पर नहीं मिले ?
अबतक खोज जारी है !
4.
आवारा आदमी
मेले में दादाजी से
चश्मे की ज़िद करता था,
तो कहते थे-
चश्मा ‘आवारा आदमी’ पहनते हैं !
दादाजी कभी चश्मा नहीं लगाए
और
अबतक मैंने भी….
5.
महँगे कोट
मैं विलासितापूर्ण रहन-सहन के विरुद्ध हूँ,
चाहे घर के सदस्य हो
या बाहर के !
तेजप्रताप की शादी में खर्च हो
या पीएम के महँगे कोट !
6.
पिकनिक और संवेदना
ऐसे कई नेतवन हैं,
जो फेसबुक पर
मृतक परिवार के प्रति
संवेदना जाहिर करेंगे
और खुद परिवार सहित
शिमला में पिकनिक मनाएंगे !