इतिहासलेख

स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि

स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि 4 जुलाई को है। जो 40 वर्ष भी जी न पाए और इतनी ही उम्र में पूरी दुनिया को सनातन ‘हिंदुत्व’ की सीख दे गए । उन्होंने तब महिलाओं के प्रति प्रथम सम्मानार्थ सर्वप्रथम उन्हें संबोधन करने को

4 जुलाई यानी स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि है। जो 40 वर्ष भी जी न पाए और इतनी ही उम्र में पूरी दुनिया को सनातन 'हिंदुत्व' की सीख दे गए । उन्होंने तब महिलाओं के प्रति प्रथम सम्मानार्थ सर्वप्रथम उन्हें संबोधन करने को लेकर 'बहन' (भगिनी) शब्द अंग्रेजी यानी Sisters के रूप में किए । सन 1893 में अमेरिका उनके भक्त हो गए ! प्रखर वक्ता, साधक, संन्यासी लिए उनकी भौतिक काया 32 व्याधियों से आबद्ध हो गई और 39 वर्ष की अवस्था में गहन चिरनिद्रा में चले गए! उनका जीवन ही उनका दर्शन है । "उठो, जागो" तो उनके दर्शन का मूलमंत्र है ! उनके पाठशाला नाम नरेन्द्र है, जो कि किशोरावस्था में परिव्राजक रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की याद दिला देते हैं ! देशभक्ति भावना दोनों नरेंद्र में पुरजोर रही है । दिनांक 3 जुलाई 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा लद्दाख में दिए भाषण को ऐसे संदर्भों से जोड़ा जा सकता है ! स्वामीजी को पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन, श्रद्धा स्मरण !
स्वामी विवेकानंद

लेकर ‘बहन’ (भगिनी) शब्द अंग्रेजी यानी Sisters के रूप में किए।

सन 1893 में अमेरिका उनके भक्त हो गए ! प्रखर वक्ता, साधक, संन्यासी लिए उनकी भौतिक काया 32 व्याधियों से आबद्ध हो गई और 39 वर्ष की अवस्था में गहन चिरनिद्रा में चले गए! उनका जीवन ही उनका दर्शन है।

“उठो, जागो” तो उनके दर्शन का मूलमंत्र है ! उनके पाठशाला नाम नरेन्द्र है, जो कि किशोरावस्था में परिव्राजक रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की याद दिला देते हैं ! देशभक्ति भावना दोनों नरेंद्र में पुरजोर रही है।

दिनांक 3 जुलाई 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा लद्दाख में दिए भाषण को ऐसे संदर्भों से जोड़ा जा सकता है!

स्वामीजी को पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन, श्रद्धा स्मरण !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.