गुरु सु जीवन का आधार
गुरु सु जीवन का आधार
गुरु का हो सदा ही सत्कार
हरि रूठे तो गुरु सहायक
गुरु रूठे तो कहां उद्धार
गुरु सत्संग की महिमा गाए
नाम सुमिरन की राह दिखाएं
खोल देता गुरु ज्ञान के द्वार
गुरु सु जीवन का आधार
प्रकाश स्तंभ गुरु जीवन में
स्व स्वरूप दिखाएं मन दर्पण में
हो उन प्रभु से साक्षात्कार
गुरु सु जीवन का आधार
गुरु चरणों में जिनकी श्रद्धा
पल में टलती उनकी विपदा
करता उनका जग सत्कार
गुरु सु जीवन का आधार
— सुनीता द्विवेदी