जान देंगे वार तुम पे ऐ वतन
जान देंगे वार तुम पे ऐ वतन।
करते हैं हम प्यार तुमसे ऐ वतन।
अब तिरंगा हिन्द का लहरायेगा ,
अनवरत बेख़ौफ़ नभ में ऐ वतन।
याद है कुर्बानियाँ हर लाल की,
व्यर्थ हम जाने न देंगे ऐ वतन।
माओं के आँखों में जो भी थे पले,
देंगे कर साकार सपने ऐ वतन।
दे रहें हम भारती तुमको वचन ,
खायेंगे अरि खार तुमसे ऐ वतन।
तोड़ कर दीवारें जाति धर्म की.
हम रहेंगे साथ मिल के ऐ वतन।
विश्व में फैलेगा यश कीर्ति किरण ,
हम रहेंगे सबसे आगे ऐ वतन।