10 ग्लैमरस क्षणिकाएँ
1.
स्वर्गीय
स्वर्गीय होने के लिए मरना पड़ता है
व ईश्वर स्वर्ग में रहते हैं !
जब ईश्वर प्राप्ति हेतु मरने ही होंगे,
तो पाखंड में भटकना क्यों ?
2.
तीन चीजें
इस लॉकडाउन में तीन ही चीजें हुई,
बाल बढ़ा,
बाल झड़ा,
बाल पका !
पर बा…. मुड़ा नहीं !
3.
टंडेली
कुछ लोग खुद बैठे रहकर
पत्नी से नौकरी कराते,
तो दलाल बन
दूसरे की पत्नी को
नौकरी दिलाते हैं,
बिल्कुल नेतवन जैसी
टंडेली मारा करते !
4.
कटहल आदमी
कोरोना से डर के कारण
इस साल न लीची खाया,
न आम खाया,
न कटहल !
और
कटहल तो दान कर दिया ।
5.
एकल मित्र
जो मित्र
आपकी जिंदगी में
हर पल कद्र करें,
उसे आप
सपनों में भी नहीं भूलिए !
6.
भविष्य का गर्भ
देश,
दुनिया या परिवार की
अधिकांश समस्याएँ
भविष्य के गर्भ में
छिपी रहती हैं !
7.
सही मित्र
मेरी परिभाषा में मित्र वही है,
जो सिर्फ आपदकाल में ही नहीं,
बगैर काम के
अन्य दिनों भी याद कर लें,
हालचाल पूछ लें !
8.
पहली सोमवारी
सावन आज से
और पहली सोमवारी;
इसलिए दिल में श्रद्धा रखिये,
क्योंकि देह लिए अब भी है महामारी !
9.
आस्था और महामारी
दिल में हो
आस्था भाव,
इसलिए पहले देह को
महामारी से बचाइए !
10.
चाँद की खोज
अमावस में
‘चाँद’ की खोज में निकला हूँ,
मिलेगी, तब न बता पाऊँगा !
कि आपको बाराती बन-
कब संग-संग चलनी है ?