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अल्पसंख्यक क्यों और कैसे हैं ‘मुसलमान’ ?

भारत के 25 करोड़ मुसलमान ‘अल्पसंख्यक’ क्यों और कैसे? सम्पूर्ण जम्मू-कश्मीर, रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठी मुसलमानों को जोड़कर भारत में लगभग 25 करोड़ इस्लाम धर्मावलम्बी व मुसलमान हैं।

वर्त्तमान में दुनिया में सर्वाधिक मुसलमान भारत देश में रहते हैं । अब दूसरे स्थान पर इंडोनेशिया आ गया है, जहां की आबादी 22 करोड़ है, पाकिस्तान की आबादी 20.5 करोड़, बांग्लादेश की आबादी 15 करोड़, मुसलमानों की आबादी में पाँचवाँ स्थान मिस्र का है, जहाँ मुसलमानों यानी सभी की आबादी मात्र 8 करोड़ है।

जिस देश में संसारभर में सबसे ज्यादा मुसलमान रहते हैं, वो ‘अल्पसंख्यक’ कैसे हो सकते हैं ? भारतीय उपमहाद्वीप (पाकिस्तान, बांग्लादेश, म्यामांर) में लगभग 70 करोड़ मुसलमान हैं, इस उपमहाद्वीप में मूल हिंदुओं की संख्या लगभग 40 करोड़ (नेपाल को भी शामिल करके) है ! अब बताइये, अल्पसंख्यक कौन हैं?

(स्रोत : विविध अन्वेषण और अध्ययनों पर आधारित)

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.