पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर
सदन में कांग्रेस के सांसद और कांग्रेस के विरुद्ध ही बोलने की साहस जिस किसी में थी, वह शख़्स चंद्रशेखर थे! न कभी केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, न राज्यपाल यानी सीधे प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचनेवाले प्रथम और अभीतक एकमात्र व्यक्ति हैं।
जनता पार्टी की सरकार में जब उन्हें केंद्रीय मंत्री बनने का अवसर मिला, तो वह यह क्रीमीलेयर पद त्यागकर जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने । मा. विश्वनाथ प्रताप सिंह से उनकी बनी नहीं ! श्री लालू प्रसाद और श्री मुलायम सिंह के वे राजनीतिक गुरु रहे!
प्रधानमंत्री पद पर मात्र 7 माह 11 दिन रहे और एकमात्र पूर्णकालिक प्रधानमंत्री रहे, जिन्होंने लाल किला के प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रध्वज का आरोहण नहीं कर पाए।
वैसे कार्यवाहक प्रधानमंत्री के तौर पर मा. गुलजारीलाल नंदा भी ऐसा नहीं कर पाए थे! प्रधानमंत्री श्री चंद्रशेखर के पत्र मुझे भी प्राप्त हैं, जो उन्होंने मुझे जनवरी 1991 में प्रेषित किये थे!