क्वारंटाइन
“सुरभि बेटा, यह क्वारंटाइन क्या होता है?” कमरे के बाहर खड़ी सुरभि से अख़बार से नज़र उठाते हुए दादी ने पूछा।
“अरे दादी! कोरोना बीमारी की वजह से मरीजों को बाकी लोगों से अलग रखा जाता है, ताकि वो और बाकी लोग सुरक्षित रह सकें” सुरभि दादी की नादानी पर हसते हुए बाहर से ही बोली ।
“ओह !” दिल में एक टीस उठी, “बिन कोरोना के मैं भी तो पिछले 10 साल से … ” दादी की आंखें छलक उठीं।
एक बार फिर, अपने अनंतकाल के क्वारंटाइन पीरियड के साथी अख़बार में नज़रें गड़ाए, वे पन्ने गीले कर रहीं थीं।
अंजु गुप्ता