परीक्षा आयोगों को लेकर प्रधानमंत्री के नाम पत्र
माननीय प्रधानमंत्री सर,
सादर प्रणाम !
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) में हिंदीभाषी अध्यक्ष या सदस्यगण होते हैं या नहीं, क्योंकि उनके हिंदी संबंधी अधिसूचना (नोटिफिकेशन) अंग्रेजी से अनूदित हिंदी में होते हैं, जो कि google से अनूदित हुए लगते हैं, जो कि समझ में भी नहीं आती है।
अधिसूचना (नोटिफिकेशन) ‘हिंदी’ में ही क्यों न लिखे जाते ? यह हिंदी को कमजोर करना है । ध्यातव्य है, भारत की 80% आबादी हिंदी को समझते हैं/जानते हैं!
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) जैसे संवैधानिक संस्थाओं के औचित्य पर पुनर्विचार हो, क्योंकि उन्होंने मेरे जैसे व्यक्ति के स्वर्णिम कैरियर को तबाह कर दिया !
सादर प्रेषित ।
सादर भवदीय- अपना ही।