लघुकथा

तलाकवाली प्यार

नायिका तलाकशुदा औरत रही हैं ! ….परंतु नायक तो बिल्कुल कुँवारे रहे ! उम्र में भी नायिका से एक दशक छोटे ! ऐसे में नायक के लिए नायिका बड़ी बहन या ताई आदि हो सकती थी, किन्तु कैनवास की कौन जहाँ कागज द्वारा हो, वहाँ संकुचन का जन्म होगा ही ! तभी तो नायक के कैनवास पर उभरी अक्स नायिका की उन्नत वक्षस्थल की रही, उसमें भी उस वक्षद्वय में चुसनेयोग्य उभरे केंद्र बार-बार कैनवास से हटकर नायक के पीठ पर स्पर्श करने लगे और उस दिन तो उस वस्तु ने ऐसी सिहरन पैदा की कि चालीस साल तक नायक का हाथ उस चीज पर फेरते चले गए । फेरनेवाली अंगुलियों से कूची भी महत्वपूर्ण से महत्वपूर्ण कार्य को अंजाम देने लगे !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.