प्यार पर 6 आशिकी कविताएँ
1.
रिएक्शन नहीं !
सबकुछ हो जा चुका है !
13-14 वर्षों से भेज रहा हूँ,
आवेदन !
बावजूद सरकार
कोई एक्शन नहीं ले रहे !
यह रिएक्शन है,
या मातम का फैंशन !
चलिए मेरे पास पेशेंस है !
2.
प्यार स्वाहा
प्यार है फ़ख़त,
पानी के बुलबुले !
देखने में सुंदर,
छुओ तो खतम !
जहाँ से खतम,
वहाँ से वासना शुरू,
प्यार तो वासना ही है,
नाम बदलकर
स्वाहा कुरु-कुरु !
3.
लॉक्ड और शॉक्ड
प्यार, जवानी
और कोविड 19
एक जैसे हैं…
ये तीनों जब भी बढ़ते हैं,
‘लॉकडाउन’ करके ही मानते हैं !
अब तो ऐसे ही जिंदगी
लॉक्ड हो गयी है,
शॉक्ड हो गयी है !
4.
इंगेज़
सुना है तुम इधर,
तन्हा-तन्हा रहती हो,
पर,
जब मिलता हूँ तुमसे,
तब क्यों,
‘इंगेज़’ हो कहीं
का बहाना बनाती हो ?
5.
बारिश और सच
अब जब-जब
होती बारिश,
गाँवों में भी तबाही मचाती !
और शहर में वो आकर तो
गंदगी ही फैलाती !
सुन सुन
मेरे मानसून !
6.
कागज की कश्ती
उदास फिरता है अब,
मोहल्ले में
बारिश का पानी !
कि कागज की कश्ती पर
सवार ये बच्चे
मोबाइल से इश्क़ कर बैठे !