लघुकथा

लावारिस आवारा पशु

गाँव या शहरों गली-मुहल्ले व चौक-चौराहे में जिसतरह से आवारा और लावारिश पशु घूमते हैं, इनकी बात तो जुदा तो है ही, किन्तु कुत्ते, सांड़, बोतु या बकरे, घोड़े, सूअर, बिल्ले इत्यादि द्वारा पत्नियों या प्रेमिकाओं या जोर-जबरदस्ती और खुलेआम जो निषेचन-क्रिया चल रही होती हैं, बेहद चिंता का विषय है, क्योंकि इससे नाबालिग और अविवाहित खराब तो हो रहे हैं, किन्तु शादी-शुदा भी ऐसे दृश्यों को देख घर आकर आत्मसात कर बैठते हैं ! क्या केंद्र सरकार, राज्य सरकार, स्थानीय प्रशासन, ग्राम पंचायत इन लावारिश पशुओं के लिए ‘सेक्स होम’ की व्यवस्था करेंगे! पक्षियों द्वारा तो वृक्ष वगैरह पर इस कृत्य को अंजाम दे दिए जाते हैं, पर इन पशुओं के ऐसे कृत्य से हम कैसे अलक्ष रहेंगे ! मैंने इस जटिल समस्या पर पत्र भी लिखा है, जवाब सभी संस्थाओं व निकायों से अनुत्तरित है !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.