5 पोलखोल कविताएँ
डॉ. सदानंद पॉल की कविताएँ :-
1.
सावधानी क्यों हटी
अभी भौतिक रूप से
कोई प्रतियोगिता नहीं होनी चाहिए !
अगर ऑनलाइन है तो ठीक है,
अन्यथा किसी भी दृष्टि से नहीं !
क्योंकि
चूक से ही हुक लगती है
यानी सावधानी हटी,
दुर्घटना घटी !
2.
मिस मॉडल
आप शायद मॉडल हैं
या प्रयासरत हैं
या वर्सटाइल जीनियस हैं !
मनिहारी प्रस्थान से लेकर
कोलकाता आवासित लिए
संघर्ष के विषय में कुछ बताइये !
आप पर कुछ स्टोरी लिखूँ,
वाकई में….
मैं तो रचनाकार हूँ,
इसीलिए !
3.
सेल्फिश भी जरूरी !
जीने की बात छोड़िए,
अभी मरेंगे भी तो
अपना कोई
परिजन-प्रियजन
श्मशान घाट तक नहीं जाएंगे !
इससे अच्छा है,
अभी कुछ दिन,
कुछ माह, कुछ बरस
सेल्फिश ही रहूँ !
4.
आततायी कमेंट्स
मास्क लगकर अच्छा ही हुआ !
सुंदर चेहरे का
घमंड उतर गया !
हम जैसे कुरूप
उनकी आततायी
कमेंट्स से तो बच गए !
कौन कहता-
भारत से रंगभेद गायब हो गयी ?
5.
पोलखोल
प्राय: महिलाएँ
सोशल मीडिया पर
विभिन्न पोज़ की फोटो चस्पाती हैं,
आखिर क्यों ?
यह पोज google में
संग्रहित हो जाते हैं,
समय पर पोल खोलने हेतु ?
ऐसी पोल खुलने से बचिए !
आदरणीया माता, बहना, भाभियों !