गीत/नवगीत

ऐ युवा हिन्दूस्तान सुनो

हम ना भूलेंगे देश के वीरों का बलिदान सुनो।
उठो, जागो, कमर कसो, ऐ युवा हिन्दूस्तान सुनो।।
शत्रु चढ़ आया सरहद पर, देश की आन ना जाने पाए,
जान भी जाये पर सम्मान न जाने पाए।
डटे रहना, सीना तानें, मेरे वीर जवान सुनो,
उठो, जागो, कमर कसो, ऐ युवा हिन्दूस्तान सुनो।।
कहां हो देश का दुश्मन हमें ललकार रहा,
कभी गलवान, कभी डोकलाम में फुंफकार रहा।
देश की सेना के बाहुबल और पुरुषार्थ सुनो
उठो, जागो, कमर कसो, ऐ युवा हिन्दूस्तान सुनो।।
विश्व ने माना वीर प्रसूता भारती के फौलादी इरादों को,
मौन किया हमने, पराक्रम से, रणभेरी व शंखनादों को।
हे अर्जुन के गांडीव और अभिमन्यु के बाण सुनो
उठो, जागो, कमर कसो, ऐ युवा हिन्दूस्तान सुनो।।
— मंगलेश सोनी

*मंगलेश सोनी

युवा लेखक व स्वतंत्र टिप्पणीकार मनावर जिला धार, मध्यप्रदेश