जब नल में नहीं आता पानी
जब नल में नहीं आता पानी,
मुझे याद आ जाती नानी.
पानी बिन मैं कैसे नहाऊं?
क्या गंदी ही शाला जाऊं?
पानी सबकी प्यास बुझाए,
पानी बिन पौधे मुरझाए.
पानी से ही गूंधें आटा,
वरना हो रोटी से टा टा.
सब्जी-दाल बनें पानी से,
अन्न-फल-फूल उगें पानी से.
पानी से हो साफ सफाई,
और होती कपड़ों की धुलाई.
पानी से बनती है बिजली,
चाहे भारत हो या इटली.
कल-पुर्जे चलते पानी से,
यातायात चले पानी से.
पानी बिन मछली मर जाए,
कूलर भी कैसे चल पाए?
पानी से ही बनते बादल,
फिर वर्षा वे करते आकर.
पानी देता जीवनदान,
करता सब जग का कल्याण.
जब नल में नहीं आता पानी,
मुझे याद आ जाती नानी.