कविता

12 अपरंपरागत कविताएँ

1.

मानवीय अवस्थाएँ

पदार्थ की तीन अवस्थाएँ,
मनुष्य की भी–
धन के पीछे भागने की,
येन केन प्रकारेण पद पाने की
और कथित प्रतिष्ठा से
जुड़े रहने की अवस्था !
हम मनुष्य में पीछे पड़ने की होड़
जन्मजात लिए है,
जिनके दुष्कर परिणाम निकलते हैं !

2.

बेहतर भूमिका

नीतीश जी ने
बिहार के लिए
इन 15 वर्षों में
जितने देने थे, दे दिए !
अब राज्य को
युवाओं को सौंप
अभिभावक
और केंद्र की भूमिका निभाएं,
तो बेहतर होगी
और बेहतर रहेगी !

3.

सक्षम फैसले

जब 65 वर्ष की अवस्था में भी
‘न्यायमूर्त्ति’ सक्षम फैसले देते हैं,
तो हमारे कर्मचारी
50 वर्ष की आयु पार करते ही
अक्षम कैसे हो गए ?
और तो और
डॉक्टर मरीजों को ताउम्र
दवाई कैसे लिख लेते हैं ?

4.

रिटायरमेंट

जब ‘डॉक्टर’ ताउम्र
‘मरीजों’ को
पुर्जे लिख सकते हैं,
तो कर्मचारी भी ताउम्र
‘सेवा’ क्यों नहीं दे सकते ?
इसलिए सेवानिवृत्ति को
कर्मचारियों की इच्छा पर
छोड़ देने चाहिए !
स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति
सरकार की तरफ से नहीं,
कर्मचारियों की तरफ से हो !

5.

जब 93 वर्ष की आयु में भी

आडवाणी जी
केस-मुकद्दमे लड़ने के लिए
सक्षम हैं,
तो सरकारी कर्मचारी
50 वर्ष की उम्र में ही
अक्षम कैसे हो गए?
हमें सरकार की तरफ से
स्पष्टीकरण तो चाहिए ही !
क्योंकि बिना सटीक कारण बताए
कर्मचारियों की सामूहिक इस्तीफे
मानवाधिकार का उल्लंघन ही है !

6.

साँस तक आस

जब 95 वर्ष की आयु में भी
देश में रहकर ही
जेठमलानी जी
लाखों कमाते थे,
तो 60 वर्ष की आयु धरते-धरते
यही भारतीय
सबकुछ छोड़
हरिभजन
क्यों करने लग जाते हैं ?
हमें साँस तक
आस नहीं छोड़नी चाहिए !

7.

बधाई सर बधाई

बधाई सर, बधाई-बधाई !
पर पत्रिकावाले दोनों मेल से
जवाब नहीं भेजते हैं क्या ?
काफी लघुकथाएँ भेजी हैं,
पर तीन माह बाद भी जवाब नहीं !
आपके जवाब नहीं !
क्या लघुकथा अच्छी नहीं लगी
या मैं ही अच्छा नहीं लगा !
जवाब तो दीजिए,
कुछ तो गुल खिलाइए !

8.

बीजेपी का मतलब

क्या बीजेपी ‘अछूत’ है
या उनसे ‘बू’ आती है ?
अगर ऐसी होती,
तो बीजेपी का उच्चारण
‘बू’ से होती,
‘बी’ से नहीं !
बी का मतलब मधुमक्खी !
बी का मतलब ‘बी हैप्पी’ !
बी मतलब बेस्ट,
तो बी मतलब बै… भी तो !

9.

कांग्रेस के साथी

कांग्रेस का एक अर्थ
‘साथी’ है क्या ?
सा….’थी’ या ‘है’ !
यह तो आम लोगों को
पता होंगे,
क्योंकि मैं तो
कटहल लोग हूँ,
उपयोग नहीं, उपभोग हूँ !
करबद्धता के साथ
विनम्रता के साथ हूँ,
पर संघात या व्याघात !

10.

सर्वाहार अनुचित

मछली या दूसरे जीवों को
मारकर खाने से
बुद्धि अगर विकसित होती,
तो तमाम मांसाहार प्राणियों की
प्रजातियाँ
विलुप्त नहीं होती,
न ही विलुप्ति के कगार पर होती !
माँसभक्षण उत्तम आहार नहीं,
सर्वाहार भी उत्तम आहार नहीं !

11.

शाकाहार

सृष्टि का सर्वोत्तम आहार
‘शाकाहार’ है
और शाकाहारी प्रजातियाँ ही
सृष्टि तक
सुरक्षित एवं संरक्षित रह सकती है !
यह दबाव नहीं है,
अपितु शुभचिंतना है,
शुभेच्छाएँ हैं !

12.

कपिल और इमरान

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री
‘इमरान खान’ हैं,
तो उनके बैटिंग को
ध्वस्त करने के लिए
सुयोग्य बॉलिंग के लिए
हिंदी फिल्म ‘नायक’ की तरह
एक दिन के लिए
भारत के प्रधानमंत्री
‘कपिल देव’ को बना देना चाहिए !
एक प्रश्न !
सायास प्रसंग !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.