7 प्रांजल कविताएँ
1.
चाँद की सूरत
चंद्रयान-2 के कैमरे ने
जो फ़ोटो भेजे हैं,
बुरी खबर लिए है
कि किसी की पत्नी की सूरत
‘चाँद’ से मेल नहीं खा रही है !
ऐसा क्या ?
बेचारे पति लूट गए !
2.
क्षण-क्षण बदलते मौसम
ओह…
मौसम भी क्षण-क्षण में बदल रही है !
आप बीमार होंगी, तो राशि भी हो जाएगी,
क्योंकि वो आहार तो आपसे लेती है..
एक जगह रहने से भी
मन अकुलाए से हो जाते हैं !
ये महामारी की मजबूरी है !
खैर, किसी तरह
संयमित और सुरक्षित रहिये !
बुरे दिन भी निकल जाएंगे !
आपने यादों में रखा,
यह पाथेय है !
3.
काला नमक
मेरे आँगन के पेड़ का
‘अमरूद’….
घर पर सभी इनकी सब्जी
और चोखे भी खाते हैं !
अगर किसी को खाने हैं,
तो गिफ्ट के साथ मेरे यहाँ आइये
यानी गिफ्ट के रूप में
सिर्फ काला नमक !
4.
राष्ट्रपर्व
सामाजिक रिश्ते का पर्व
‘रक्षा बंधन’
राष्ट्रीय पर्व
‘स्वतंत्रता दिवस’ के दिन है,
तो पहले राष्ट्रध्वजारोहण कर ही
‘राखी’ पर्व मनाएँ !
2019 में यही था संदेश,
जागे प्रदेश, जगे देश !
5.
खेती
‘मोती’ की खेती
कैसे की जाती है ?
कोई बताएंगे !
…और मछली की खेती
कैसे होती है ?
क्या मछली की खेती होती है
या कि उत्पादन !
कोई बताएंगे ?
घर बैठे खेती करेंगे !
6.
जॉन्डिस स्क्वायर
विश्व हेपेटाइटिस दिवस
कैसे ? क्यों ?
कारण और निदान जानिए !
बचिए और बचाइये !
परिजनों और प्रियजनों को !
जॉन्डिस को न होने दीजिए
कि तैलीय चीजें कम खाइए !
7.
कुमकुम
बिहार और भोजपुरी की
पहली फ़िल्म
‘गंगा मैया तोहे पियरी चढ़इबो’
की नायिका “कुमकुम”
के निधन पर सादर नमन
और श्रद्धांजलि !
हृदयांजलि ! सादरांजलि !