कौन हैं परममित्र ?
परम आदरणीय मित्र ! मित्रता उम्रसीमा से परे की वस्तुस्थिति है ! मित्रता का अर्थ दैहिक भूगोल का स्पर्श नहीं, अपितु बिना छुए भी चाँद से मेरी मित्रता है, जन्म से अबतक !
काश, मुझे ऐसे मित्र चाहिए, जो हमेशा respected नहीं, अपितु कभी झगड़ा भी कर लें ! Like या Love मित्रता में कोई मायने नहीं रखते !
आपकी जिंदगी को जो सही दिशा दे, वही सच्चा मित्र है, चाहे वह कुत्ता भी क्यों न हो ? बिल्ली भी क्यों न हो ? गर्मी से निजात दिलाने के लिए हाथपंखे ही क्यों न हो ? अगर माता-पिता, भाई-बहन, सुंदर बीवी या सुंदर पति भी सही दिशा नहीं दें, तो वो भी कभी मित्र नहीं हो सकते !
ओके मित्र ! शुभ मित्रता दिवस ! सादर भवदीय- एक मित्र।