वर्ल्ड रिकॉर्ड
वर्ल्ड रिकॉर्ड
“सर, हमने एक जबरदस्त प्रस्ताव तैयार किया है जिसमें आपकी अगुवाई मे पूरे राज्य में एक ही दिन में एक करोड़ पौधों का रोपण कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में राज्य का नाम दर्ज किया जा सकता है।” वन विभाग के प्रमुख सचिव ने मुख्यमंत्री जी से कहा।
“पी.एस. साहब, पिछले साल भी पूर्व मुख्यमंत्री की अगुवाई में आप लोगों के द्वारा कुछ रिकॉर्ड बनाया गया था न ?” मुख्यमंत्री जी ने पूछा।
“यस सर, पिछले साल पचास लाख पौधों का रोपण कर लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में राज्य का नाम दर्ज कराया गया था।” प्रमुख सचिव अपने बगल में खड़े सचिव की ओर देखने लगे, तो उन्होंने बताया।
“अच्छा, आपको कुछ पता है कि उनमें से कितने पौधे आज तक बचे होंगे ?” मुख्यमंत्री जी ने प्रश्न किया।
अब किसी को कुछ भी कहते न सूझा। उन्हें चुप देख मुख्यमंत्री जी बोले, “वैसे पी.एस. साहब, हम आपको बताना चाहते हैं इन सबमें हमारी कोई रूचि नहीं। रही बात वृक्षारोपण की, तो मैं समझता हूँ कि वृक्षारोपण से ज्यादा महत्वपूर्ण उनका संरक्षण है। जाइए, पहले गणना करवाइये कि पिछले सालों में लगाए गए पौधों में से अब तक कितने बचे हैं ? यदि 25 प्रतिशत पौधे भी बचे होते, तो आज हमारा राज्य देश का सर्वाधिक वनाच्छादित वाला राज्य होता।”
“जी सर। आप सही कह रहे हैं।” किसी तरह प्रमुख सचिव ने कहा।
लौटते समय सबके चेहरे लटके हुए थे।
– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़
ऐसे CM मिलने से रहे, भाई !