जिंदगी गमज़दा हो रही है।….
जिंदगी गमज़दा हो रही है
आज फिर आजमा रही है
ले रही है हरदम इम्तिहान
आज फिर से तड़पा रही है
जिंदगी कितने मोड़ लेती है
खुशी को ग़म से जोड़ देती है
ग़म ही ग़म रह गए हैं अब
खुशी ईद का चाँद हो रही है
मैं अकेला नहीं हूँ दुनियाँ में
पूरी दुनियाँ गमज़दा हो रही है
– रमाकान्त पटेल