7 अगस्त : महापुरुष-द्वय की पुण्यतिथि
गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर एशिया के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता भी थे, तो लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के अनुसार, वे दुनिया के पहले ऐसे गीतकार हैं, जिन्होंने तीन देशों- भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश के राष्ट्रगान को लिखा।
ऐसे महान व्यक्ति रवीन्द्रनाथ टैगोर को उनकी पुण्यतिथि (7 अगस्त) पर उन्हें सहित उनके तमाम प्रशंसकों को सादर सुमन ! गुरुदेव, कवीन्द्र आदि उपनामों से विशेषित विश्वकवि टैगोर विश्वभारती विश्वविद्यालय, शांतिनिकेतन के संस्थापक भी थे।
उनपर अंग्रेजों को साथ देने का ठप्पा भी लगा था, किन्तु जलियाँवाला हत्याकांड के बाद जब उन्होंने सर व नाइट की उपाधि अंग्रेज सरकार को वापस कर दिया, तब उन्हें अंग्रेजी-ठप्पा से मुक्ति मिली ! वे न सिर्फ बांग्ला, न सिर्फ अंग्रेजी, अपितु विश्वकवि थे। पुण्यतिथि पर सादर श्रद्धांजलि।
वहीं 1,000 से अधिक तमिल फिल्मों के पटकथा लेखक और 5 बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे व द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के अध्यक्ष 94 वर्षीय माननीय एम. करुणानिधि 7 अगस्त 2018 को हम-सबसे बिछुड़ गए।
इसे अंतिम द्रविड़ नेता कहा जा सकता है, क्योंकि मात्र कुछ साल पहले ही अन्ना द्रमुक की नेत्री माननीया जयललिता भी हम सबसे बिछुड़कर रूहानी दिया को कूच कर गई थी ! तमिलनाडु में अब युवाओं का उदय होगा ! पुण्यतिथि (7 अगस्त) पर महान द्रविड़ नेता करुणानिधि को स्मरणीय श्रद्धांजलि।