7 ज्ञानपरक कविताएँ
1.
सुंदर कौन ?
सिर्फ़ गोरे होने,
सुंदर कपड़े पहनने,
कीमती साबुन-शैम्पू से
नहाने से
सभ्य नहीं हो जाते,
इसके लिए तो
दिल में उतरने होंगे !
2.
बेरोजगारी
लोगों को
गोरे बेरोजगार
दामाद चाहिए,
किन्तु काले ‘रोजगारवाले’
दामाद नहीं चाहिए !
यही तो नस्लभेद है !
3.
शुद्ध आवेदन
ज़िले में ऐसे कई
‘हाईस्कूली टीचर्स’ हैं,
जो हिंदी में
एक पृष्ठीय आवेदन भी
शुद्ध-शुद्ध नहीं लिख पाते हैं !
4.
योगी और भोगी
संसार से भागकर
हम मानव,
कहलाते रहे योगी;
और इसी संसार को
भोगकर भी
राम-कृष्ण,
नहीं कहलाये भोगी !
5.
नॉनवेज मजाक
ऐसे पुरुष और स्त्री को
जानता हूँ,
जो नॉनवेज मज़ाक पर
गुस्सा करेंगे,
किन्तु एकांत पाते ही
मोबाइल पर
‘पोर्न’ देखने शुरू कर देंगे !
6.
अजीब अंग्रेजी
जिस अंग्रेजी में
अकबर को अकबरा,
अल्लाह को अल्लाहा नहीं कहते;
उसी भाषा में
राम को रामा,
कृष्ण को कृष्णा,
बुद्ध को बुद्धा कहते हैं !
7.
माँ को त्यागी
सहपाठी घर आया था !
माँ जाने जैसे-
खाने की थाली छीन
मुझपर पिल पड़ी।
सहपाठी डोम जो था,
तब मैं माँ का त्यागकर
दो साल उनसे बात नहीं किया!