जिंदगी-मृत्युनामा
मॉरिशस में ‘विश्व हिंदी सम्मेलन’ ! जब अपने देश में ही हिंदी की इज़्ज़त नहीं है और भारतीयों के अँग्रेजियापा बकर-पुराण इस कदर हावी है कि सुबह होते ही ‘सुप्रभात’ नहीं Good Morning कह बैठते हैं, ऐसे में ‘मॉरिशस’ में हिंदी सम्मेलन मनाना पिकनिक और सैर-सपाटे के अलावा और कुछ नहीं कहा जायेगा । यह सरकारी खजाने की बर्बादी नहीं, तो क्या है ? मेरे कई मित्र भी इस पुनीत पिकनिक में वहाँ श्रृंगार रस की कविता बांच रहे हैं !
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‘केरल बाढ़ त्रासदी’ के लिए मुक्तहस्त आर्थिक सहयोग कीजिये : मैं और मेरे परिवार के सभी सदस्यों ने व्यक्तिगतरूपेण ‘केरल मुख्यमंत्री आपदा कोष’ में जमा किये आर्थिक सहयोग राशि। भारतरत्न अटल जी के प्रति यह सुकृत्य सच्ची श्रद्धांजलि होगी!
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गंभीर, शालीन और अनुशासित राजनेता श्रीमान अरुण जेटली की हालत स्थिर ! शीघ्र स्वास्थ्य-लाभ के लिए दुआ की दरकार….
एतदर्थ, परमशक्ति से नम आंखों से प्रार्थना है, स्वीकारिये हमारी विनती, किन्तु यह विनती स्वीकारी नहीं गयी और 2019 में ‘अरुण जेटली’ साहब स्वर्गीय हो गए । सादरांजलि।