संस्मरण

अर्जकश्री युगेश्वर प्रसाद

श्रद्धेय युगेश्वर प्रसाद सर को सादरांजलि ! महान समाज-सुधारक ज्योतिबा फुले, बाबासाहब अम्बेडकर -प्रणीत विचारधारा के पोषक व कटिहार ज़िला अर्जक संघ के संस्थापक अध्यक्ष श्रद्धेय चाचाजी जुगेश्वर प्रसाद उर्फ युगेश्वर प्रसाद सर 23 अगस्त 2019 को चल बसे, चाचा जी 86 वर्ष के थे !

चाचाजी के भरे-पूरे परिवार में उच्चाधिकारी, प्रोफ़ेसर सहित कई पदाधिकारी हैं । एक पुत्री प्रोफ़ेसर, मंझले पुत्र डॉ. देवेन्द्र कुमार देवेश जी ‘साहित्य अकादेमी’ में सचिव (क्षेत्रीय), नाती भी सहायक प्रोफेसर हैं, वहीं एक पुत्रवधू श्रीमती अनीता पंडित लेखिका और संपादिका हैं।

अर्जक विचारों को प्रचार-प्रसार में चाचा जी ताउम्र न केवल जुटे रहे, अपितु निडर हो डटे रहे । वैसे चाचा जी के अर्जक विचारों के संपोषक पूरे परिवार हैं, तथापि उनके कनिष्ठ पुत्र श्री धर्मेंद्र कुमार इस विचार-संवहन में अत्यंत करीब हैं।

ध्यातव्य है, 80 पार की चाची जी, फिर राजेन्द्र भैया अब घर की रीढ़ हैं ! सादर नमन और भावप्रण श्रद्धांजलि ‘बाबूजी’।

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.