चरणपादुका प्रश्न
शाह को हटा औरंग सत्तासीन हुए, मुलायम को हटा अखिलेश अध्यक्षासीन हुए, तो कांसीराम को हटा मायावती। आडवाणी जी को अटलजी के अंदर डिप्टी भर रहने की कसक थी, तो अपने शिष्य मोदी जी से भी ! शाह जी ने आडवाणी जी को हटाये ! कल जिसे आपने हटाया, वह आपके साथ पुनरावृत्ति कर रहा है। जब इस देश की चौदह साल की सफल और सुफल सेवा ‘चरणपादुका’ कर सकते हैं, तो किसी को भी कुर्सी की लालच क्यों ?
मायूस गुरु ने शिष्य को शाप दिया। पता नहीं, शाप फलीभूत होंगे या नहीं !