6 अविस्मरणीय काव्य क्षणिकाएँ
1.
बेवफा सनम
मैं भी कृष्ण हूँ !
रंग कारे-साँवरे,
माँ का नाम यशोदा,
मौसी देवकी;
तो कई हैं मेरे साथ
‘बेवफ़ा सनम’ किए
कि अबतक
निपट कुँवारे योगी हूँ !
2.
आजीविका
वो तो आप बताएंगे !
अगर कोई बेरोजगार व्यक्ति
365 दिन और 24 घंटे
समाजसेवी बनते हैं,
तो वो आजीविकोपार्जन
कैसे करेंगे ?
3.
ऑनर किलर्स
रोमांस के शहंशाह,
सुपीरियर लवगुरु का
जन्मदिवस है आज !
बावजूद वे योगी हैं !
इस दिवस को
देश के ऑनर किलर्स भी
धूमधाम से मनाएंगे!
4.
गिरिधर गोपाल
एक श्यामला योगी की ओर से
योगेश्वर श्रीकृष्ण के जन्मदिवस पर
प्रभातीय नमन और शुभ दिवस !
यह कहते हुए कि
भक्तिन मीरा-
“मेरे तो गिरिधर गोपाल,
दूजे ना कोई ।”
5.
मेरी राधा
मेरी ‘राधा’ की ओर से
योगेश्वर श्रीकृष्ण के जन्मदिवस पर
सादर नमन !
यह कहते हुए कि
‘गोकुल में है, जिनका वास;
गोपियों संग जो, करे रास ।
देवकी-यशोदा, जिसकी मैया;
ऐसे हैं हमारे, कृष्ण-कन्हैया !’
6.
अनुकूल नहीं
निर्वाचन आयोग के
चुनाव संबंधी गाइडलाइन
सिर्फ थ्योरी है,
प्रैक्टिकल में इसे
अमल में लाना
बेहद मुश्किल है,
वैसे कोरोनाकाल में
चुनाव के लिए
आगामी तीन माह
अनुकूल नहीं है !