5 ‘रॉबर्ट मुगाबे’ वाली क्षणिकाएँ
1.
रॉबर्ट मुगाबे
सरकार कोई भी हो,
किसी की हो;
हर 5 साल में बदलनी चाहिए !
लोकतंत्र का यही तकाजा है !
अन्यथा वैसी सरकार
‘रॉबर्ट मुगाबे’ हो जाती है !
2.
ट्रांसफर
प्रतिवर्ष हर शिक्षकों का
अलग-अलग जिलों के
विभिन्न स्कूलों में ‘ट्रांसफर’ हो,
ताकि राज्यभ्रमण हो सके
और नए-नए
शिक्षक मित्र बन पाए !
3.
लापरवाही
कई स्ट्रिंगर
और लोकल पत्रकार
‘बाइक’ पर
बगैर ‘हेलमेट’ घूमते हैं ?
दिखावे के लिए हेलमेट को
बाइक पर
कहीं खोंस देते हैं !
4.
चुनावी बातें
इस समय
‘सरकार’ पूरी तरह से
बिहार चुनाव के लिए
‘फोकस्ड’ हो गयी है !
ऐसे में
उनकी हर बातें चुनावी है,
फिर क्या अपेक्षा करूँ ?
5.
जज्बा
हम हीरो से भी आगे हैं,
जीरो से भी पीछे
दुनिया को पीछे
धकेल सकते हैं,
सिर्फ ऐसी
जज्बा होनी चाहिए !