क्षणिका

5 ‘रॉबर्ट मुगाबे’ वाली क्षणिकाएँ

1.

रॉबर्ट मुगाबे

सरकार कोई भी हो,
किसी की हो;
हर 5 साल में बदलनी चाहिए !
लोकतंत्र का यही तकाजा है !
अन्यथा वैसी सरकार
‘रॉबर्ट मुगाबे’ हो जाती है !

2.

ट्रांसफर

प्रतिवर्ष हर शिक्षकों का
अलग-अलग जिलों के
विभिन्न स्कूलों में ‘ट्रांसफर’ हो,
ताकि राज्यभ्रमण हो सके
और नए-नए
शिक्षक मित्र बन पाए !

3.

लापरवाही

कई स्ट्रिंगर
और लोकल पत्रकार
‘बाइक’ पर
बगैर ‘हेलमेट’ घूमते हैं ?
दिखावे के लिए हेलमेट को
बाइक पर
कहीं खोंस देते हैं !

4.

चुनावी बातें

इस समय
‘सरकार’ पूरी तरह से
बिहार चुनाव के लिए
‘फोकस्ड’ हो गयी है !
ऐसे में
उनकी हर बातें चुनावी है,
फिर क्या अपेक्षा करूँ ?

5.

जज्बा

हम हीरो से भी आगे हैं,
जीरो से भी पीछे
दुनिया को पीछे
धकेल सकते हैं,
सिर्फ ऐसी
जज्बा होनी चाहिए !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.