5 संवेदनापूरित क्षणिकाएँ
1.
जुड़ना
संबंध जोड़ना
अगर कला है,
तो संबंध निभाना
एक साधना है !
सभी एक-दूसरे
तीसरे से जुड़े हैं !
2.
अश्रुपूर्ण
नश्वर देह का क्या भरोसा ?
इस दुखद घड़ी में
आप सपरिवार को
अदम्य साहस
और असीम ऊर्जा प्राप्त हो !
पिताजी को सादर नमन
और अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि !
3.
प्यास
आप इतनी पास हैं !
फिर भी न जाने
क्यूँ प्यास है ?
सबों की आश !
व्यर्थ विकास,
बढ़ते कदम
अजीब मोहपाश !
4.
चमचा
सिर्फ एक चम्मच से आप
‘खीर’ भी परोस सकते हैं,
तो मटन या चिकेन भी !
वही हालत ‘चमचे’ की है,
एक चमचा
कई ‘नेताओं’ के साथ
जुड़े होते हैं !
5.
चायनीज कप
चीनी मिट्टी के कपों को त्यागें
और कुम्हार बंधुओं द्वारा
बनाए गए
मिट्टी के कुल्हड़ों में
चाय का आनंद लें..
यानी यूज़ & थ्रो !