डायरी से समीक्षा लिए
ध्यातव्य है, छात्राओं में लोकप्रिय रश्मि मैडम किसी विषयों को न केवल बारीकी से समझाती है, अपितु विषय में अंतर्निहित हो उसे आत्मसात भी कर लेती हैं ! सादर अभिनंदन सहित हृदयग्राह्य आभार !
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कटिहार ज़िले के एक सरकारी विद्यालय में युवा शिक्षक श्री ए. रिज़वान बारी उच्च शिक्षित परिवार से हैं, उनके पिताजी भी आदर्श शिक्षक हैं ! श्री रिज़वान जी बेहद उत्साही शिक्षक और शिक्षार्थी हैं। वे न सिर्फ़ पढ़ाते हैं, अपितु लिखते भी हैं यानी खुद अच्छे लेखक और पाठक भी हैं।
इतना ही नहीं, उन्हें सामाजिक कार्यों के प्रति न केवल अभिरुचि, अपितु सरोकार भी है । वे उर्दू, हिंदी, अंग्रेजी, बांग्ला, अंगिका, मैथिली और सुरजापुरी भाषा को एकसाथ आत्मसात कर चुके हैं ! उनके हाथों में दोनों पुस्तक ‘पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद’ और ‘लव इन डार्विन’….
बहुत-बहुत धन्यवाद और पुस्तक-अध्ययन के लिए अशेष शुभकामनाएं !