8 गुणित क्षणिकाएँ
1.
पेश है
अपने बालिग मित्रो के लिए
पेश है !
कुबूल हो तो ठीक है,
अन्यथा इसे उसतरह से
भूल जाइए,
जैसे एक फ़िल्म का
टाइटल है-
‘हम आपके हैं कौन ?’
2.
पढ़ाना
भारत
एकमात्र ऐसा देश है,
जहाँ लोग
‘सरकारी विद्यालय’ में
‘पढ़ाना’ चाहते हैं,
पर ‘पढ़ना’ नहीं ?
3.
मीडिया
पीवी सिंधु ने
एक गोल्ड जीती,
तो पुरस्कारों की
झड़ी लग गयी!
वहीं हिमा दास ने
छह गोल्ड जीती,
तो ये जातिवादी
‘मीडिया’ भी
चुप्पी साध लिये !
4.
चमत्कार
वोट की राजनीति
और कुप्रथा लिए
जातीय-समीकरण से
लगता है
कि अब बिहार में
सवर्ण ‘मुख्यमंत्री’ बना जाना
चमत्कार से ही संभव है ?
5.
फिल्मी टाइटल
हम आपके हैं कौन ?
हम भूल न पाएंगे ?
हम आपके दिल में रहते हैं !
आप मुझे अच्छे लगने लगे !
ये सब हिंदी फिल्मों के
टाइटल हैं !
6.
जोक्स
वैसी स्त्री
जो बात-बात पर
ठट्ठा कर हँसेगी
या हँस-हँस कर बात करेगी,
उनपर विश्वास मत कीजिये !
वे कभी भी दगा दे जाएगी ?
सिर्फ एक जोक !
7.
धमकी
इक हउ ‘झा’ जी
अउर हय ‘मिश्र’ जी,
जो धमकी देहलस
कि मैं अपुन
फ़ेसबुक एकाउंट
बंद कर दूँ !
8.
पत्रिका
कादम्बिनी और नंदन के
सभी अंक मेरे पास है !
दोनों में मैं छपा भी हूँ !
हिंदुस्तान टाइम्स की
पत्रिकाद्वय बंद होने से
हार्दिक दुःख हुआ !