कविता

मैंने भूख लिखा

मैंने भूख लिखा
फिर भी
न लिख सका
वह ‘ भूख ‘
जो उसे लगी थी !
मेरे भूख में
बेरोजगारी
मंदी
समीक्षा
अशिक्षा का जिक्र था ।
उसके भूख में बस ‘ भूख ‘ !
मैंने भूख लिखा
फिर भी
न लिख सका
वह ‘ भूख ‘
जो उसे लगी थी !
मेरे भूख में
लाचारी
बंदी
परीक्षा
परिक्षा का जिक्र था ।
उसके भूख में बस ‘ भूख ‘ !
मैंने भूख लिखा
फिर भी
न लिख सका
वह ‘ भूख ‘
जो उसे लगी थी !
क्योंकि,
भूख लिखते वक्त
मैं ट्रेन के ए. सी. बोगी में था ।
वह भूखा प्लेटफार्म पर !
क्योंकि,
भूख लिखते वक्त
मैं अपने ए. सी. कार में था ।
वह भूखा सिग्नल पर !
मैंने भूख लिखा
फिर भी
न लिख सका
वह ‘ भूख ‘
जो उसे लगी थी !
क्योंकि,
मैंने भूख लिखना चाहा ।
उसने भूख मिटाना !
क्योंकि,
मेरे भूख से अलग थी ।
उसकी ‘ भूख ‘ !

— सूरज सिंह राजपूत

सूरज सिंह राजपूत

पिता का नाम : श्री बृजमोहन सिंह माता का नाम : श्रीमती मंजू देवी जन्म तिथि : 1 जनवरी 1994 जन्म स्थान : बलिया, उत्तर प्रदेश मोबाइल नं. : 6201034573 ईमेल आईडी : [email protected] साहित्यिक विधा : गीत, ग़ज़ल, कहानी भाषा : हिंदी, अंग्रेजी, भोजपुरी, ओडिया शिक्षा : B.Tech ( Computer science and engineering ) रोजगार : Software Engineer संपादक : राष्ट्र चेतना पत्रिका मीडिया प्रभारी : अखिल भारतीय साहित्य परिषद्, जमशेदपुर