गजल
गमो के दिनो को गुजार जाना तुम,॥
खुद को तैयार कर ही उस पार जाना तुम,॥
इक खुशी देने के लिए यू करना,॥
जीती हुए बाजी हार जाना तुम,॥
बिखर जाना है तो उनकी गली मे बिखरो.॥
वरना अपनी इस हसरत को मार जाना तुम,,॥
आभिषेक जैन
गमो के दिनो को गुजार जाना तुम,॥
खुद को तैयार कर ही उस पार जाना तुम,॥
इक खुशी देने के लिए यू करना,॥
जीती हुए बाजी हार जाना तुम,॥
बिखर जाना है तो उनकी गली मे बिखरो.॥
वरना अपनी इस हसरत को मार जाना तुम,,॥
आभिषेक जैन