लघुकथा अभिषेक जैन 02/08/202402/08/2024 बचपन कितना अच्छा लगता है जब किसी गली में बच्चों की आवाज़ सुनाई देती है कान में जैसे किसी ने मिसरी Read More
लघुकथा अभिषेक जैन 18/07/2024 प्रचार गली मोहल्ले का चक्कर लगाती गाड़ियों में लाउडस्पीकर बज रहा था अबके गैस सिलेंडर 400रू का हो जाएगा। ग़रीबी खत्म Read More
लघुकथा अभिषेक जैन 20/05/202420/05/2024 परिणाम बच्चों की तरह इंतजार करते है चुनाव के नतीजों का. जिस प्रकार बच्चा पेपर देता है और उसके दिल मैं Read More
लघुकथा अभिषेक जैन 17/04/202417/04/2024 समझ “भूख बहुत होती है उसमें आदमी की सोचने समझने की समझ तक चली जाती है और इसका फायदा शहर के Read More
लघुकथा अभिषेक जैन 01/03/202401/03/2024 चुनाव ‘अब चुनाव का मौसम जिसमें चर्चा सिर्फ और सिर्फ चुनाव की ही होगी। और कुछ नहीं होगा। गरीबों पर ज्यादा Read More
कविता अभिषेक जैन 07/12/202307/12/2023 कविता तुम्हारी अक्ल सारी खा गई है। तुम्हें समझ मगर आ गई है। ये दुनिया रंग अपना दिखला गई है मैं Read More
लघुकथा अभिषेक जैन 03/08/202303/08/2023 मंहगाई पापा-आज बेटे तुमने जो सब्जी कि सूची बनाईं है ना वो देना देखूं तो क्या क्या लाना है।और तुम कुछ Read More
कविता अभिषेक जैन 04/05/2023 खुशियां खुशियां हर तरफ़ बिखरी पड़ी है और तुझको अब भी ग़म हो रहा है हैं तेरे हंसने के ये दिन Read More
कविता अभिषेक जैन 12/09/2022 कविता चाहिए उसको खाना मगर मिलता रहा है बहाना। साथ में मिलती है फटकार। कहते हैं तू इंसान हैं बेकार। किसी Read More
लघुकथा अभिषेक जैन 13/07/2022 आज़ादी रामू-अरे आजाद हो ग,ए तो इसका मतलब ये बिल्कुल भी नहीं है।कि तुम तमाम बंदिशों को भूल जाओ।जिनका होना भी बहुत जरुरी Read More