विचारों की पिटारी
विश्वसृजक विश्वकर्मादेव के पूजनदिवस एवं नवभारत के सृजक प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस पर सादर नमन !
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‘नास्तिकता’ पर महान ‘पेरियार’ के ठोस विचार…. भारत के सुकरात श्रीमान ‘पेरियार’ के जन्मदिवस पर सादर नमन….
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‘इश्क़’ और ‘एकांत’ यानी चोर- चोरनी सलहज-नंदोशी !
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भारतीय संविधान के अनुच्छेद- 19 (1) (क) में हमें विचार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता मिली है । लोकतंत्र की स्वस्थता के लिए विपक्ष जरूरी है । अगर सरकार हमारी नजर में गलत कर रहा है, तो विपक्ष उनके कमजोरियों पर वार करेगा ।
‘मतभेद’ तो हो ही सकता है, परंतु ‘मनभेद’ खतरनाक प्रवृत्ति है !
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1-2-3-4-5-6-7-8-9+9-8-7-6-5-4-3-2-1 का हल ? यानी ‘+’ की प्रक्रिया ‘-‘ से पहले करने के बावजूद यहाँ ‘-9+9’ की स्थिति आती है, जो कि कटकर ‘0’ पर आ जाती है, यानी हल ‘-70’ ही सर्वाधिक सही है, जो कि यहाँ बहुमत लिए भी है !