अपनी-अपनी आस्था
हमारे क्षेत्र में भाद्रपद शुक्ल एकादशी को लोक पर्व ‘करमा-धर्मा’ मनाए जाते हैं, जो कुंवारी संतान करते हैं, जिनमें बहन और भाई दोनों निर्जला उपवास रखते हैं और रात में ‘झूड़’ नामक पौधे की पूजा-अर्चना करते हैं । यह ब्राह्मण व पुरोहितविहीन पूजा है । पूजा में करम-धरम नामक दो भाइयों के आपसी प्रेम को लिए लोककथा का पाठ होता है । पूजा सम्पन्न के बाद बहन-भाई सिर्फ फलाहार करते हैं । ऐसे कुंवारे-कुँवारी व्रतियों को अंतरतम से व हृदयश: शुभकामनाएं !
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मुस्लिम बहनों को इसबार के ‘मुहर्रम’ (muharram) 2018 पर उनके मोदी भाई ने अच्छा तोहफा दिए हैं ! एकतरफा तलाक को महामहिम महोदय ने न केवल ‘लॉक’ किया, अपितु अधिसूचना पर हस्ताक्षर कर पुरुष वर्चस्ववादी को ‘ब्लॉक’ कर दिए ! सभी मुस्लिम बहनों और सुधरे भाइयों को मुहर्रम की हृदनायें !
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विकट अमावस्या है, महालया है । देवी माँ दुर्गा की आराधना लिए नवरात्र का आरंभ…. । अभीष्ट सिद्धि की प्राप्ति के लिए उपासक ‘नवरात्र’ के प्रसंगश: माँ दुर्गा की पूजा-अर्चना करते हैं। एतदर्थ, माँ दुर्गा पूजनोत्सवारम्भ पर आस्थोपासकों को श्रद्धापूरित शुभकामनाएं !