सामाजिक

भारतरत्न लता दीदी

महान सुर-साधिका भारत रत्न सुश्री लता मंगेशकर ‘दी की जन्मदिवस पर शतायुजीवी हेतु शुभकामनाएं! स्वर-सम्राट प्रात:स्मरणीय पं. दीनानाथ मंगेशकर जी और आदरणीया शुद्धमती जी के यहां 28 सितम्बर 1929 को इंदौर (म.प्र.) में जन्मी महानतम सुर-साधिका भारत रत्न सुश्री लता मंगेशकर की 28 सितम्बर को जन्मदिवस है।

भारत ही नहीं, दुनिया में वे परिचय की मोहताज नहीं हैं । देसीकोत्तम, दादा साहब फाल्के पुरस्कार, राज्यसभा के मनोनीत सदस्य, देश-विदेश के कई विश्वविद्यालयों से मानद डॉक्टरेट, गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, कई देशों की मानद नागरिकता इत्यादि सम्मानों से बढ़कर उनके लिए सबसे बड़ा पुरस्कार यही है कि हर भारतीय के घरों में वे ससम्मान प्रविष्ट हैं!

सभी भाषाओं में 1,00,000 से अधिक गीतों के गायन तो और किसी के लिए संभव नहीं हो सकता!
अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने कभी सच ही कहा था- ‘भारत में ताजमहल है, तो लता मंगेशकर भी यहीं है !’
प्रख्यात वायलिनवादक येहुदी मेनुहिन ने कहा है- ‘काश! मेरी वायलिन आपकी गायिकी की तरह बज सके!’
गुलजार ने लिखा- ‘चाँद उनका संग-ए-मील है।’
श्री यतीन्द्र मिश्र ने ‘लता : सुर-गाथा’ नामक पुस्तक का प्रणयन किया, इसे हर भारतीयों को पढ़ना चाहिए । यह पुस्तक मेरे पास भी है ।
बकौल, सुश्री लता दी– “आज मुझे लगता है कि हे प्रभु! तुमने जो भी दिया, वह बहुत दे दिया, दूसरों से कहीं ज्यादा दिया । अपनी कृपा की छाया से जैसे मुझे छाँह दी है, वैसे ही हर एक कलाकार और नेक इंसानों के ऊपर भी रखना…… यही प्रार्थना है।”

सुश्री लता दी के एक पत्र मेरे पास भी है, ढूढ़ रहा हूँ!
दीदी शतायुजीवी हों और स्वस्थ एवं सानन्द रहें, ऐसी अंतस के स्वर-निनाद से कामना है । मेरी प्यारी और दुलारी दीदी ! आपकी जन्मदिवस पर आपको हृदयश: शुभमंगलकामनाएँ !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.