हाथरस…
परिस्थिति वैसी की वैसी, जस की तस,
दिल्ली हो, बेंगलुरु या हो #हाथरस.
#सपा, #बसपा, #कांग्रेस या हो #भाजपा,
स्त्रियों की #सुरक्षा पर न इनका बस.
बदल गई सूरत दशकों में कितनी ही पर,
स्त्रियाँ पहले की ही तरह अब भी बेबस.
दरिंदों को चौराहे पर गोली मारो,
सह चुके बहुत #अत्याचार, अब बस.