कविता

बेटी बचाओ

नहीं नादान बेटियाँ नहीं अनजान बेटियाँ ।
इनके ही हाथों में हो देश का ये बल,
इनसे ही बनता है ये देश भी संबल ,
दो हथियार बने देश का आधार,
नहीं गुमनाम बेटियाँ,ये अभिमान बेटियाँ ।
नहिं नादान बेटियाँ,,,,,,
हर जुल्म को ये जड़ से मिटा देंगी,
हर जुल्मी की ये रूह कंपा देंगी,
ये वरदान बेटियाँ,है महान बेटियाँ।
नहिं नादान बेटियाँ,,,,,
पाप नहीं है ये तो पुण्य है पहले ,
मारना नहीं इनको जन्म से पहले,
ये भगवान बेटियाँ है जहान बेटियाँ।
नहीं नादान बेटियाँ,नहीं अनजान बेटियाँ ।

वीणा चौबे

हरदा जिला हरदा म.प्र.

2 thoughts on “बेटी बचाओ

  • वीणा चौबे

    बहुत ही बड़िया

  • वीणा चौबे

    बहुत बड़िया

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