भाषा-साहित्य

बिग बी के जन्मदिवस पर

11 अक्टूबर को बिग बी यानी ए बी अपने भौतिक जीवन के 78 साल पूर्णकर 79 वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं और इतनी आयु में भी उनकी ऊर्जस्विन ऊर्जा देखते ही बनती है । जन्मदिवस की न केवल शुभकामना, अपितु गणितीय आकलनानुसार वे अपने बाबूजी सा जिंदगी पाये, यही हमारी ओर से शुभेच्छा है ।

बिग बी बड़े भाग्यशाली हैं कि उनके जन्मदिवस के दिन बहुत साल पहले ही भारत के अनन्यतम महापुरुष भारतरत्न जयप्रकाश नारायण उर्फ़ जे. पी. जन्म ले चुके थे । जे. पी. की जयंती पर उन्हें श्रद्धा सुमन ! जे. पी. की भांति भारत सरकार अमिताभ बच्चन को भारत रत्न से नवाजे ! हालांकि दोनों लीजेंड के कार्यक्षेत्र भिन्न हैं, तथापि दोनों ही देश सेवा में संलग्न रहे हैं/हैं ।

भारतीय फिल्मों के महानायक श्रीमान् अमिताभ बच्चन को 5वीं बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार (पहलीबार ‘सात हिन्दुस्तानी’ हेतु डेब्यू फ़िल्म/ नवोदित अभिनेता के लिए) से नवाज़ा गया है । इस सम्मान पर तब शायद सबने आहें भरा था– ओह, बुढ़ापा में भी बेस्ट एक्टर ! ‘पद्म विभूषण’ पाये भी 2 वर्ष हो गए, पर सभी ‘भारत रत्न’ के कयास में थे ! खैर, भारतीय सिनेमा के इस महानायक को भारत सरकार ने दादा साहब फ़ाल्के पुरस्कार देने की पिछले सप्ताह घोषणा की है, बधाई !

मैं बात उनकी प्रतिभा पर करता हूँ । नब्बे के दशक के अभी कुछ वर्ष बीते थे, अमिताभ बच्चन अभिनीत एक-एक फ़िल्म फ्लॉप होते जा रहे थे , कहानी और किरदार चुनने में परहेज़ नहीं बरतना एक कारण था । कवि हरिवंशराय बच्चन के पुत्र होने का फायदा ही एक आसरा था, अन्यथा मित्र राजीव गांधी (शहीद होने से पूर्व ) से मित्रता अब बीती बात थी । हिंदी फिल्में मिलना नगण्य-सा हो गया था, वैसे लगभग फ़िल्मी पत्रिकाओं ने उनके संन्यास की बात लिखने लगा और अवसाद में आकर वे ऐसा सोचने भी लगा । आर्थिक- स्थिति भी कुछ ठीक-ठाक ना रहा था । इस समय मित्रों के सम्बल और एक मसीहा की उन्हें सर्वाधिक आवश्यकता थी! तब कई प्रशंसकों ने उन्हें पत्र लिखा होगा, यह दीगर बात है। परंतु 19 वर्षीय मैं तब उनकी फ़िल्मी-यात्रा की , भ्रष्टाचार के विरुद्ध उनके सनक की, असली मर्द होने की, भारतीयता का भाव जगाते हुए कि वे अभिनय के लिए ही बने हैं….को उन्हें एक समीक्षात्मक- पत्र नवम्बर-दिसंबर 1994 में रज़िष्ट्री डाक से भेजा । दिनांक- 25.12.1994 को लिखित महानायक अमिताभ बच्चन के हस्ताक्षरित जवाबी-पत्र मुझे प्राप्त हुआ।

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.