ग़ज़ल
उम्र का यह ढलान है प्यारे
यह बुढ़ाई थकान है प्यारे |
नग्न भूखे किसान है प्यारे
झोपड़ी ही मकान है प्यारे |
बात करते अवास्तविक हर दम
आसमानी उड़ान है प्यारे |
म्यान तलवार साज सज्जा सब
यह लड़ाका निशान है प्यारे |
सब दबंगों का’ बोल बाला है
भेद करना विधान है प्यारे |
दान करने से’ पुण्य मिलता है
धर्म का यह दुकान है प्यारे |
शांति सद्भाव हो जहाँ यारों
रोग का वह निदान है प्यारे |
अच्छा’ या हो खराब सब कुछ तो
आदमी की जुबान है प्यारे |
कालीपद ‘प्रसाद’