विविध सोच : विविध परिणाम
ये दुन्नो नोबेल विजेता भारतीय मूली अर्थशास्त्री गरीबी पर रिसर्च करते हैं और खुद गरीब भारत से भागकर अमीर अमेरिका में रह रहे हैं !
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अगर आप नारीवाद की प्रतीक हैं और पुरुष की बराबरी चाहती हैं, तो पुरुष (पिता और पति) के उपनाम ताउम्र क्यों ढोती हैं ?
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पतिसत्तात्मक सोच को बरकरार रखने के लिए ही महिलाएँ तीज़ या करवाचौथ करती हैं, खुद अपनी नाम के साथ पति का उपनाम जोड़ती हैं !
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पतिसत्तात्मक सोच को बरकरार रखने के लिए ही महिलाएँ तीज़ या करवाचौथ करती हैं, खुद अपनी नाम के साथ पति का उपनाम जोड़ती हैं !
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जिनके पति गंजे (चनेल) हैं, वे किस चाँद को देखकर अपना उपवास तोड़ेंगी ? कोई बताएंगे !
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क्या ‘गया’ (GAYA) नामक ऐतिहासिक शहर, जिला व रेलवे जंक्शन का नाम बदल देना चाहिए? क्योंकि यह नाम ‘गयासुर’ नामक एक असुर (राक्षस व दानव) के नाम पर है! ऐसे रेलवे स्टेशनों के नाम बदल देने चाहिए, जिनके कोई अर्थ (meaning) ही नहीं हैं जैसे- महियारपुर, अररिया, बनमनखी, खगड़िया इत्यादि!
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हरतरफ ‘पंडाल’ की चर्चा, ‘प्रसाद’ (आशीर्वाद) की कहीं नहीं!
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पटाखे पे बैन, क्योंकि गैस रोग से पीड़ित भारतीयों के ‘गैस’ पटाखे बन ही निकलनेवाले हैं, भाई !