कुण्डली/छंद

प्रभात

तमस को पराजित कर उषा के संग में,
हो गया दिवाकर, अवतरण देखिये।
चांद सितारो से भरी चादर उतार के
बदला है गगन ने आवरण देखिये
गूंजे पंछी के सुर, फैला प्रकाश यूं
खुशियों से भरा वातावरण देखिये।
ईश्वर की कृपा तले “स्वाती”के संग में
करें शुभकामना यूं वितरण देखिये।

— पुष्पा अवस्थी “स्वाती”

*पुष्पा अवस्थी "स्वाती"

एम,ए ,( हिंदी) साहित्य रत्न मो० नं० 83560 72460 [email protected] प्रकाशित पुस्तकें - भूली बिसरी यादें ( गजल गीत कविता संग्रह) तपती दोपहर के साए (गज़ल संग्रह) काव्य क्षेत्र में आपको वर्तमान अंकुर अखबार की, वर्तमान काव्य अंकुर ग्रुप द्वारा, केन्द्रीय संस्कृति मंत्री श्री के कर कमलों से काव्य रश्मि सम्मान से दिल्ली में नवाजा जा चुका है