बड़े ओहदेदार
लव, सेक्स और धोखा !
नेशनल अवार्डी अभिनेता
‘राजकुमार राव’ की
पहली हिंदी फ़िल्म है
और मेरे कुछ मित्रों के
ज़िन्दगी की भी !
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संकीर्ण सोचवाले व्यक्ति
बड़े ओहदे पर पहुंचकर
अपने ‘पद’ को
नुकसान ही पहुंचाता है?
ओहदा पा लेने से
कोई व्यक्ति बड़ा नहीं हो जाता !
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यहाँ पति को
परमेश्वर मानने की
परंपरा है !
अगर ‘पति’ आवारा हो,
मवाली हो,
नशेड़ी हो,
चोर या पॉकेटमार हो
या पत्नी को पीटे,
तो भी ?